Durga Saptashati Path Pandit Booking
Durga Saptashati Path
Durga Saptashati path also known as Devi Chandi, is a sacred text of Hinduism consisting of 700 verses. It is part of the Markandeya Purana and is dedicated to Goddess Durga. Reading or reciting Durga Saptashati is believed to provide many benefits, including:
1. Spiritual Protection: It is said to provide protection from negative forces and evil influences.
2. Divine Blessings: Devotees believe that it invokes the blessings of Goddess Durga, bringing peace, prosperity, and success.
3. Inner Strength: It is believed to instill courage, strength, and resilience.
4. Mental Clarity: It is said that regular recitation improves focus, mental clarity, and wisdom.
5. Health and Wellness: It is believed to promote overall health and wellness.
6. Wish Fulfilment: Many devotees get this Durga Saptshati Paath done by Acharya Ji with the belief that both their wishes and aspirations are fulfilled.
Durga Saptshati Paath Benefit
1. Karma Mukti: It is believed that reciting Durga Saptashati Path helps reduce the effects of past negative karmas, providing a path to spiritual liberation.
2. Prosperity and Wealth: This recitation is said to attract wealth and material prosperity, helping devotees achieve financial stability.
3. Family Harmony: It is believed that reciting by Acharya Ji increases peace and harmony in the family, resolves conflicts and strengthens relationships.
4. Victory over Obstacles: These shlokas are believed to provide strength and guidance to overcome personal and professional challenges.
5. Spiritual Enlightenment: It is said that reciting by Acharya Ji aids spiritual growth, brings one closer to God and enhances one’s spiritual journey.
6. Divine Protection: Emphasis is placed on the protective aspect of the Goddess, who provides protection from physical, mental and spiritual harm.
7. Healing and Recovery: Many believe that the text has healing powers, helping to recover from illnesses and improve health conditions.
8. Emotional Balance: The practice is believed to stabilize emotions, reduce stress and bring a sense of inner peace and stability.
9. Fulfillment of Specific Wishes: Devotees often recite specific chapters or the entire text with particular intentions or wishes, believing that the Goddess will fulfill their wishes.
10. Increased Devotion: It deepens the individual’s devotion and connection to the Goddess, developing a closer, more personal relationship with God.
11. Astrological Benefits: Some people believe that reciting Durga Saptashati Path can reduce the adverse effects of planetary positions and astrological challenges.
12. Self-discipline: Acharya ji will start the recitation of Durga Saptashati Path by taking your name and gotra. And after the recitation is complete, he will perform havan.
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दुर्गा सप्तशती पाठ के कई लाभ हैं। यहाँ कुछ प्रमुख लाभ दिए गए हैं:
1. मन की शांति: इस पाठ को सुनने या पढ़ने से मन को शांति मिलती है और तनाव कम होता है।
2. आत्मविश्वास: दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
3. सकारात्मक ऊर्जा: यह पाठ नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है।
4. संकटों से मुक्ति: इस पाठ को करने से जीवन में आने वाली विपत्तियों और संकटों से मुक्ति मिलती है।
5. स्वास्थ्य लाभ: यह माना जाता है कि दुर्गा सप्तशती पाठ से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
6. धन और समृद्धि: इस पाठ से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है।
7. आध्यात्मिक विकास: दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से आध्यात्मिक विकास होता है और आत्मज्ञान की प्राप्ति होती है।
8. संतान सुख: इस पाठ को करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है और संतान से संबंधित समस्याओं का समाधान होता है।
9. सौभाग्य: दुर्गा सप्तशती का नियमित पाठ करने से सौभाग्य में वृद्धि होती है और भाग्य सुधार होता है।
10. रोगों से मुक्ति: यह पाठ रोगों से मुक्ति दिलाने में सहायक होता है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान करता है।
11. शत्रुओं से रक्षा: दुर्गा सप्तशती का पाठ शत्रुओं से रक्षा करता है और उनकी दुष्ट योजनाओं को विफल करता है।
12. कार्य में सफलता: इस पाठ को करने से कार्यों में सफलता मिलती है और बाधाओं का निवारण होता है।
13. दुर्व्यसनों से मुक्ति: यह पाठ व्यक्ति को दुर्व्यसनों से मुक्त करने में सहायक होता है और उसे सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
14. कुटुंब सुख: यह पाठ परिवार में सुख-शांति और सामंजस्य स्थापित करने में मदद करता है।
15. विवाह में बाधाएं दूर: इस पाठ को करने से विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति होती है।
दुर्गा सप्तशती पाठ का महत्व और प्रभाव बहुत व्यापक है। यह पाठ जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में संतुलन और समृद्धि लाने में सहायक है।
दुर्गा सप्तशती पढ़ने से पहले क्या पढ़ना चाहिए?
दुर्गा सप्तशती पाठ पढ़ने से पहले हमें कवच का पाठ करना चाहिए। और फिर अर्गला स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। इसके बाद कीलक का पाठ करना चाहिए। इसके पश्चात नवार्ण मंत्र का जप करना चाहिए फिर पाठ प्रारंभ करना चाहिए।
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