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Book Gand Mool Nakshatra Puja ( गंड मूल नक्षत्र पूजा )

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Gand Mool Nakshatra Puja – Overcome the Challenges of Inauspicious Nakshatras

According to Vedic astrology, the positioning of celestial bodies at the time of one’s birth has a significant influence on their life. If an individual is born under one of the six Gand Mool Nakshatras—Ashwini, Ashlesha, Magha, Jyeshtha, Moola, or Revati—it is believed that they might experience certain challenges or obstacles in life due to the planetary influences associated with these nakshatras. These may manifest as difficulties in health, family dynamics, financial struggles, or personal relationships.

Our Gand Mool Nakshatra Puja is specially designed to neutralize the negative effects of these nakshatras, aligning you or your loved one with peace, prosperity, and success. The ritual involves chanting of mantras and performing sacred fire offerings (Homa) to appease the malefic influences and invite blessings from the planets.

Why Is Gand Mool Nakshatra Puja Important?

Gand Mool Nakshatras are connected with highly energetic cosmic forces, which can bring both positive and negative effects depending on the birth chart. Without the proper rituals to pacify these energies, individuals born under these nakshatras may face recurring difficulties and unexpected hurdles throughout their lives.

The Gand Mool Nakshatra Puja helps in:

Pacifying malefic planets: This puja is particularly important for calming the effects of Mercury and Ketu, which are the governing planets of most Gand Mool Nakshatras.

Ensuring protection and good fortune: Performing this puja ensures divine protection from potential mishaps and brings good fortune.

Healing past karmas: In many cases, challenges faced by individuals may be linked to unresolved karmic issues. This ritual helps in clearing such obstacles and creating a positive future path.

When Should This Puja Be Performed?

Traditionally, it is recommended that the Gand Mool Nakshatra Puja be performed soon after a child’s birth, especially if they are born under one of the Gand Mool Nakshatras. However, adults who were born under these nakshatras and have never undergone the puja can also perform it to overcome recurring obstacles in their lives.

Astrologers often suggest performing this puja on the 27th day after birth or on the first birthday. However, the ritual can be conducted at any point when necessary, particularly when negative planetary influences are strong.

What You Will Receive:

By booking the Gand Mool Nakshatra Puja with us, you will experience a complete, authentic Vedic ritual performed by experienced and qualified priests. The process includes:

Personalized Horoscope Analysis: A thorough analysis of the birth chart to identify the presence of Gand Mool Nakshatra and its effects.

Sankalpa: A solemn vow made by the priest on behalf of the individual, signifying the intention to remove all malefic effects and seek divine blessings.

Mantra Chanting: Recitation of powerful mantras to pacify the Gand Mool Nakshatra and invoke the blessings of the ruling deities.

Homa: The sacred fire ceremony, which includes offerings of herbs, ghee, and other sacred materials into the fire, invoking the blessings of the planets.

Prasad and Blessings: After the puja, prasad (holy offerings) and blessings will be sent to you as part of the completion of the ritual.

Live Streaming Option: For those who cannot attend in person, we offer the convenience of participating virtually via live video streaming, ensuring that you and your family can be part of the ceremony from the comfort of your home.

Benefits of Gand Mool Nakshatra Puja:

1. Removes Doshas: Helps nullify the malefic influence of Mercury and Ketu, the ruling planets of Gand Mool Nakshatras.

2. Restores Peace and Prosperity: Brings peace, prosperity, and happiness in life by eliminating obstacles caused by Gand Mool Dosha.

3. Health and Longevity: Promotes good health and long life by removing the negative influence on the individual’s mental and physical well-being.

4. Strengthens Family Relationships: This ritual helps in enhancing family harmony and protects against disturbances in relationships.

5. Spiritual Growth: Elevates spiritual consciousness and supports personal growth by aligning the individual with positive cosmic energies.

6. Improved Fortune: Opens the path to success, both in personal and professional life, by overcoming karmic blocks and planetary afflictions.

 

How to Book the Gand Mool Nakshatra Puja:

Booking a Gand Mool Nakshatra Puja on our platform is quick and hassle-free:

1. Select the date and time of the puja according to your convenience.

2. Provide the necessary birth details for horoscope analysis.

3. Our team of experienced priests will perform the puja either at our sacred location or remotely on your behalf.

4. You can participate in the puja through live streaming or simply receive the blessings and prasad afterward.

 

Whether you are seeking to perform the Gand Mool Nakshatra Puja for a newborn child or for yourself, our expert priests ensure that every aspect of the ritual is performed with devotion and adherence to traditional Vedic principles.

Note: This Puja is available for booking both for in-person and remote participation, so you can be assured of receiving its full benefits regardless of your location.

 

गण्ड मूल नक्षत्र पूजा – गण्ड मूल दोष से मुक्ति और सुख-शांति की प्राप्ति

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, जिस समय किसी व्यक्ति का जन्म होता है, उस समय ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति उसके जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है। यदि किसी का जन्म गण्ड मूल नक्षत्र (अश्विनी, आश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा, मूल, या रेवती) में हुआ है, तो यह माना जाता है कि उन्हें जीवन में कुछ कठिनाइयों या बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। यह समस्याएं स्वास्थ्य, पारिवारिक जीवन, वित्तीय स्थिति, या व्यक्तिगत संबंधों में देखने को मिल सकती हैं।

हमारी गण्ड मूल नक्षत्र पूजा का उद्देश्य इन नकारात्मक प्रभावों को कम करना और जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता लाना है। इस पूजा में विशेष मंत्रों का जाप और हवन द्वारा ग्रहों के दुष्प्रभाव को शांत किया जाता है और देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है।

गण्ड मूल नक्षत्र पूजा क्यों महत्वपूर्ण है?

गण्ड मूल नक्षत्र अत्यधिक ऊर्जा वाले ब्रह्मांडीय बलों से जुड़े होते हैं, जो जन्म कुंडली में उनकी स्थिति के अनुसार सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। यदि समय पर सही पूजा नहीं की जाती, तो गण्ड मूल नक्षत्र में जन्मे व्यक्तियों को जीवन में बार-बार समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

इस पूजा से आपको निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:

ग्रहों को शांत करना: यह पूजा विशेष रूप से बुध और केतु ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को शांत करने के लिए की जाती है।

सुरक्षा और सौभाग्य: यह पूजा आपके जीवन में सुरक्षा और सौभाग्य लाती है।

पूर्व जन्मों के कर्मों का समाधान: पूजा जीवन में आने वाली कठिनाइयों का समाधान करके सकारात्मक भविष्य का मार्ग प्रशस्त करती है।

गण्ड मूल नक्षत्र पूजा कब करानी चाहिए?

पारंपरिक रूप से, यह पूजा बच्चे के जन्म के तुरंत बाद करानी चाहिए, खासकर अगर उसका जन्म गण्ड मूल नक्षत्र में हुआ हो। हालांकि, वयस्क भी, जिनका जन्म इन नक्षत्रों में हुआ है और उन्होंने कभी यह पूजा नहीं कराई है, इस पूजा को करवा सकते हैं ताकि जीवन में आने वाली बाधाओं से मुक्ति प्राप्त कर सकें।

ज्योतिषी सामान्यतः जन्म के 27वें दिन या पहले जन्मदिन पर यह पूजा कराने की सलाह देते हैं। फिर भी, किसी भी समय यह पूजा करवाई जा सकती है जब ग्रहों का नकारात्मक प्रभाव अधिक हो।

इस पूजा में शामिल है:

गण्ड मूल नक्षत्र पूजा में आपको संपूर्ण वैदिक रीति-रिवाज से पूजा कराने का अवसर मिलता है, जिसे अनुभवी और योग्य पंडितों द्वारा संपन्न किया जाता है। इसमें शामिल है:

व्यक्तिगत कुंडली विश्लेषण: गण्ड मूल नक्षत्र की उपस्थिति और उसके प्रभाव का विश्लेषण।

संकल्प: पंडित द्वारा पूजा के दौरान व्यक्ति के लिए संकल्प लिया जाता है, जिससे सभी दुष्प्रभाव शांत हो सकें।

मंत्र जाप: गण्ड मूल नक्षत्र को शांत करने और संबंधित ग्रहों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए शक्तिशाली मंत्रों का जाप।

हवन: हवन के दौरान पवित्र अग्नि में विशेष सामग्री की आहुति दी जाती है, जिससे ग्रहों का आशीर्वाद प्राप्त हो।

प्रसाद और आशीर्वाद: पूजा के बाद प्रसाद और आशीर्वाद आपको भेजे जाएंगे, जो पूजा के पूर्ण होने का प्रतीक होगा।

लाइव स्ट्रीमिंग का विकल्प: जो लोग व्यक्तिगत रूप से पूजा में उपस्थित नहीं हो सकते, उनके लिए हम लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से घर बैठे पूजा में भाग लेने की सुविधा प्रदान करते हैं।

गण्ड मूल नक्षत्र पूजा के लाभ:

1. दोषों का निवारण: यह पूजा बुध और केतु ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को कम करती है।

2. शांति और समृद्धि: गण्ड मूल दोष के कारण आने वाली बाधाओं को दूर करके यह पूजा जीवन में शांति और समृद्धि लाती है।

3. स्वास्थ्य और दीर्घायु: मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार कर यह पूजा व्यक्ति को लंबी आयु प्रदान करती है।

4. पारिवारिक संबंधों को मजबूत करना: यह पूजा पारिवारिक सद्भाव को बढ़ावा देती है और संबंधों में आने वाली रुकावटों को दूर करती है।

5. आध्यात्मिक उन्नति: यह पूजा आध्यात्मिक चेतना को जागृत कर व्यक्ति के विकास में सहायक होती है।

6. भाग्य में सुधार: यह पूजा आपके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में सफलता के मार्ग को खोलती है, और पूर्व जन्म के कर्मों के प्रभाव को समाप्त करती है।

 

गण्ड मूल नक्षत्र पूजा कैसे बुक करें:

गण्ड मूल नक्षत्र पूजा को हमारी वेबसाइट पर बुक करना बेहद सरल है:

1. अपनी सुविधा अनुसार पूजा की तारीख और समय चुनें।

2. कुंडली विश्लेषण के लिए आवश्यक जन्म विवरण प्रदान करें।

3. हमारे अनुभवी पंडित आपकी ओर से पूजा करेंगे, चाहे वह हमारे पवित्र स्थान पर हो या आपकी ओर से दूरस्थ रूप से।

4. आप लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से पूजा में भाग ले सकते हैं, या पूजा के बाद प्रसाद और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

 

चाहे आप अपने नवजात शिशु के लिए या स्वयं के लिए गण्ड मूल नक्षत्र पूजा करवाना चाहें, हमारे पंडितगण यह सुनिश्चित करते हैं कि पूजा वैदिक सिद्धांतों के अनुसार पूरी श्रद्धा और निष्ठा से संपन्न हो।

नोट: यह पूजा व्यक्तिगत और दूरस्थ दोनों तरीकों से उपलब्ध है, जिससे आप चाहे जहाँ भी हों, इस पूजा के पूर्ण लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

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Gand Mool Nakshatra Puja
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Gand Mool Nakshatra Puja

A Powerful Remedy for Inauspicious Birth Nakshatras

Gand Mool Nakshatra Puja

The Gand Mool Nakshatra Puja is a highly revered Vedic ritual performed to mitigate the malefic effects of being born under specific Nakshatras that are considered inauspicious, known as the Gand Mool Nakshatras. There are six Nakshatras that fall under this category: Ashwini, Ashlesha, Magha, Jyestha, Moola, and Revati. These Nakshatras are believed to cause difficulties or disturbances in the individual’s life, especially during childhood, and may impact relationships, health, or career unless the right spiritual remedies are undertaken.

Why Perform Gand Mool Nakshatra Puja?

People born under these Nakshatras may experience challenges due to the imbalance of cosmic energies. The Gand Mool Nakshatra Puja helps pacify these effects, bringing peace, prosperity, and protection to the individual and their family. It is believed to ward off negative influences and create a more harmonious life path, alleviating potential misfortunes and improving overall well-being.

Key Benefits of Gand Mool Nakshatra Puja:

Neutralizes the adverse effects of Gand Mool Nakshatras.

Brings peace, protection, and prosperity to the individual and family.

Promotes better health, success, and harmonious relationships.

Helps in removing financial and personal obstacles.

Protects against the negative impact on a newborn’s life and growth.

Fosters mental, emotional, and spiritual stability.

When is Gand Mool Nakshatra Puja Recommended?

This puja is often recommended soon after the birth of a child born under any of the six Gand Mool Nakshatras. It is usually performed on the 27th day after birth or as advised by an experienced astrologer. Adults who are aware of their birth under these Nakshatras may also perform this puja to reduce the adverse effects on their lives.

How is the Puja Performed?

The Gand Mool Nakshatra Puja involves specific rituals that include the chanting of sacred mantras, Havan (fire ritual), and offering prayers to appease the governing deities of the Nakshatras. Our expert pandits perform the puja following traditional Vedic procedures to ensure its effectiveness and to invoke blessings for peace and prosperity.

Book Your Gand Mool Nakshatra Puja Online Now, you can conveniently book the Gand Mool Nakshatra Puja from the comfort of your home through our online puja booking service. Our experienced and highly skilled pandits will perform the puja on your behalf, ensuring all rituals are followed precisely for the best results. You will receive prasad and blessings to help harmonize the effects of your Nakshatra.

Service Includes:

Complete Vedic puja by qualified pandits.

Arrangement of all required samagri (puja materials).

Personalized attention to the individual’s birth chart and Nakshatra.

Live streaming of the puja (optional).

Book now to bring peace and balance to your life through the divine power of Gand Mool Nakshatra Puja!

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गंड मूल नक्षत्र पूजा: अशुभ जन्म नक्षत्रों के दोष निवारण के लिए महत्वपूर्ण उपाय

गंड मूल नक्षत्र पूजा एक विशेष वैदिक अनुष्ठान है, जो उन जातकों के लिए किया जाता है जिनका जन्म विशेष अशुभ नक्षत्रों में हुआ है, जिन्हें गंड मूल नक्षत्र कहा जाता है। इन नक्षत्रों में अश्विनी, आश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा, मूल और रेवती आते हैं। माना जाता है कि इन नक्षत्रों में जन्म लेने वाले व्यक्तियों के जीवन में शुरुआती काल में कठिनाइयां आती हैं, जो रिश्तों, स्वास्थ्य या करियर पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं। इस पूजा के माध्यम से इन दोषों को शांत किया जा सकता है।

गंड मूल नक्षत्र पूजा क्यों करें? गंड मूल नक्षत्रों में जन्म लेने से जातक के जीवन में अशुभ ऊर्जा का प्रभाव हो सकता है, जिससे समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। गंड मूल नक्षत्र पूजा इन दोषों को शांति प्रदान करती है और जातक के जीवन में सुख, समृद्धि और सुरक्षा लाती है। यह पूजा नकारात्मक प्रभावों को दूर करती है और जीवन पथ को अधिक सामंजस्यपूर्ण बनाती है, जिससे संभावित संकटों को टाला जा सकता है और जीवन की समग्र गुणवत्ता में सुधार होता है।

गंड मूल नक्षत्र पूजा के प्रमुख लाभ:

गंड मूल नक्षत्रों के अशुभ प्रभावों को दूर करता है।

व्यक्ति और परिवार को शांति, सुरक्षा और समृद्धि प्रदान करता है।

बेहतर स्वास्थ्य, सफलता और सौहार्दपूर्ण रिश्तों को बढ़ावा देता है।

व्यक्तिगत और वित्तीय बाधाओं को दूर करने में मदद करता है।

नवजात शिशु के जीवन और विकास पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों से रक्षा करता है।

मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक स्थिरता को बढ़ावा देता है।

कब करें गंड मूल नक्षत्र पूजा?

यह पूजा उन बच्चों के लिए विशेष रूप से की जाती है, जिनका जन्म गंड मूल नक्षत्रों में हुआ हो। इसे आमतौर पर जन्म के 27वें दिन या किसी अनुभवी ज्योतिषी के परामर्श के बाद किया जाता है। इसके अलावा, वयस्क व्यक्ति भी इस पूजा को कर सकते हैं यदि उन्हें अपने जन्म नक्षत्र के कारण जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हो।

पूजा कैसे की जाती है?

गंड मूल नक्षत्र पूजा में विशेष मंत्रों का उच्चारण, हवन (अग्नि अनुष्ठान) और नक्षत्रों के अधिपति देवताओं की आराधना की जाती है। हमारे अनुभवी पंडित वैदिक विधि-विधान के अनुसार पूजा करते हैं, ताकि इसका अधिकतम लाभ प्राप्त हो और जातक के जीवन में शांति और समृद्धि का आशीर्वाद मिल सके।

ऑनलाइन गंड मूल नक्षत्र पूजा बुक करें अब आप अपने घर बैठे गंड मूल नक्षत्र पूजा को हमारी ऑनलाइन सेवा के माध्यम से आसानी से बुक कर सकते हैं। हमारे अनुभवी और योग्य पंडित आपकी ओर से सभी वैदिक रीति-रिवाजों के साथ पूजा करेंगे। पूजा की सभी विधियों का ध्यान रखते हुए आपकी सुविधा के लिए लाइव स्ट्रीमिंग और प्रसाद की डिलीवरी भी उपलब्ध है।

सेवा में शामिल हैं:

योग्य पंडितों द्वारा संपूर्ण वैदिक पूजा।

सभी आवश्यक सामग्री (सामग्री) की व्यवस्था।

जातक की कुंडली और नक्षत्र के अनुसार विशेष ध्यान।

लाइव स्ट्रीमिंग सुविधा (वैकल्पिक)।

अभी बुक करें और गंड मूल नक्षत्र पूजा के दिव्य आशीर्वाद से अपने जीवन में शांति और सामंजस्य लाएं!

 

गंड मूल नक्षत्र पूजा: अशुभ नक्षत्रों के दोष निवारण के लिए महत्वपूर्ण वैदिक अनुष्ठान

गंड मूल नक्षत्र पूजा उन व्यक्तियों के लिए की जाती है जिनका जन्म अशुभ माने जाने वाले गंड मूल नक्षत्रों में हुआ है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ये नक्षत्र व्यक्ति के जीवन में प्रारंभिक समय में परेशानियों का कारण बन सकते हैं, जैसे कि स्वास्थ्य समस्याएं, आर्थिक कठिनाइयाँ, पारिवारिक कलह, या अन्य तरह के संकट। गंड मूल नक्षत्रों में शामिल हैं: अश्विनी, आश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा, मूल, और रेवती। इस पूजा से इन नक्षत्रों के नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है और जीवन में सकारात्मकता लाई जा सकती है।

गंड मूल नक्षत्र पूजा के लाभ:

1. दोष निवारण: गंड मूल नक्षत्रों के अशुभ प्रभावों को शांत करता है, जिससे व्यक्ति और परिवार पर आने वाले संकटों को दूर किया जा सकता है।

2. स्वास्थ्य में सुधार: इस पूजा के माध्यम से व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, रोग और बीमारियों से मुक्ति मिलती है।

3. आर्थिक समृद्धि: पूजा करने से आर्थिक स्थिति में सुधार आता है, धन के मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर किया जा सकता है।

4. परिवारिक शांति: परिवार के सदस्यों के बीच कलह और असामंजस्य को समाप्त कर, शांति और सौहार्द को बढ़ावा मिलता है।

5. नवजात शिशु की सुरक्षा: यदि किसी नवजात शिशु का जन्म गंड मूल नक्षत्र में हुआ है, तो यह पूजा उसके जीवन की रक्षा करती है और जीवन में शुभता लाती है।

6. व्यावसायिक और व्यक्तिगत सफलता: नकारात्मक ग्रहों के प्रभाव को शांत करके व्यक्ति की व्यावसायिक और व्यक्तिगत सफलताओं में वृद्धि होती है।

7. जीवन में संतुलन: मानसिक, भावनात्मक, और आध्यात्मिक संतुलन को बनाए रखने में सहायता करता है, जिससे जीवन में स्थिरता आती है।

 

गंड मूल नक्षत्र पूजा की विधि:

गंड मूल नक्षत्र पूजा एक विस्तृत प्रक्रिया होती है, जिसमें विशिष्ट मंत्रों का जाप, हवन, और नक्षत्रों के स्वामी देवताओं का आह्वान किया जाता है। पूजा के दौरान देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न अनुष्ठान और विधान किये जाते हैं। इसे पूर्ण वैदिक रीति-रिवाज के अनुसार संपन्न किया जाता है।

पूजा सामग्री (समग्री):

पूजा में निम्नलिखित सामग्रियों का उपयोग किया जाता है:

1. कलश – अभिषेक और पूजा के लिए जल से भरा कलश।

2. पंचामृत – दूध, दही, घी, शहद, और चीनी से तैयार पंचामृत।

3. फल और फूल – पूजा के लिए विभिन्न प्रकार के ताजे फल और फूल।

4. धूप, दीपक और अगरबत्ती – वातावरण को शुद्ध और पवित्र बनाने के लिए।

5. सिंदूर और चंदन – देवी-देवताओं की मूर्तियों पर लगाने के लिए।

6. नारियल – देवी-देवताओं को अर्पित करने के लिए।

7. कुशा और आसन – हवन के समय उपयोग किया जाता है।

8. हवन सामग्री – विशेष जड़ी-बूटियाँ, घी, लकड़ी, और अन्य वस्त्र जो हवन के दौरान अग्नि में डाले जाते हैं।

9. विशेष मंत्र और जप माला – विशेष रूप से तैयार की गई माला और वैदिक मंत्रों का उच्चारण।

10. कपूर – आरती के दौरान उपयोग के लिए।

11. आम की लकड़ी – हवन के लिए पवित्र आम की लकड़ी का उपयोग।

12. गंगाजल – शुद्धिकरण के लिए।

पूजा की प्रक्रिया:

1. स्वस्तिवाचन: पूजा की शुरुआत में मंगलकामना और स्वस्तिवाचन मंत्रों का पाठ किया जाता है।

2. कलश स्थापना: पवित्र कलश की स्थापना और पंचदेवों (गणेश, विष्णु, शिव, दुर्गा, और सूर्य) का आह्वान।

3. गंड मूल नक्षत्र दोष निवारण मंत्र जाप: विशेष मंत्रों का उच्चारण किया जाता है जो गंड मूल नक्षत्र के प्रभाव को शांत करने में सहायक होते हैं।

4. हवन: अग्नि देवता को समर्पित हवन किया जाता है, जिसमें सभी पूजन सामग्री अग्नि में अर्पित की जाती है।

5. आरती और प्रसाद वितरण: पूजा के अंत में देवी-देवताओं की आरती की जाती है और प्रसाद वितरित किया जाता है।

6. प्रसाद एवं आशीर्वाद: पूजा समाप्ति के बाद प्रसाद और आशीर्वाद घर भेजा जाता है।

पूजा के बाद परिणाम:

गंड मूल नक्षत्र पूजा के बाद जातक के जीवन में सकारात्मक बदलाव दिखाई देने लगते हैं। बाधाएँ कम होने लगती हैं और मन को शांति मिलती है। स्वास्थ्य, परिवार, और आर्थिक स्थिति में सुधार होने लगता है, और जीवन की दिशा में सकारात्मकता का अनुभव होता है।

ऑनलाइन गंड मूल नक्षत्र पूजा बुकिंग:

अब आप घर बैठे इस महत्वपूर्ण पूजा को हमारे ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म से आसानी से बुक कर सकते हैं। हमारे अनुभवी और योग्य पंडित आपकी ओर से वैदिक विधि-विधान से पूजा संपन्न करेंगे। पूजा के दौरान लाइव स्ट्रीमिंग की सुविधा भी उपलब्ध है, ताकि आप अपने घर से ही इस पवित्र अनुष्ठान को देख सकें। प्रसाद और आशीर्वाद आपको पूजा के बाद घर पर भेजा जाएगा।

 यह भी पढ़े: क्षेत्रपाल भैरवाष्टक स्तोत्र लिरिक्स

 

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